कैथोलिक धर्मान्तरण इंडस्ट्री बेनकाब- हजारो ट्रायबल बच्चे मानव तस्करी गैंग के जरिये पंजाब भेजे गए|
---विनय जोशी
झारखण्ड में चर्च द्वारा किए जा रहे कुकर्मों के ऊपर से परते लगातार उठती जा रही है| हर गुजरते दिन चर्च के द्वारा किए गए नए नए घपले दुनिया के सामें आ रहे है| पहले मिशनरीज ऑफ़ चैरिटीज की नन्स रांची में नवजात बच्चे बेचती पकड़ी गई और वो अब सलाखों के पीछे है | फिर खुंटी में ख्रिश्चन महिलाओं पर हुए गैंगरेप में सहयोग की वजह से एक कैथोलिक फादर अलफोंस भी गिरफ्तार हो चूका है|
इस नए मामले में झारखंड से पंजाब के लुधियाना में धर्मान्तरण के लिए भेजे गए 34 ट्रायबल बच्चों के बारे में खबर बाहर आ गई है, जिसके बाद झारखण्ड पुलिस हरकत में आ गई| लेकिन पंजाब में कांग्रेस की सरकार होने की वजह से झारखंड पुलिस बच्चों को बरामद नहीं कर सकी और राज्य पुलिस तथा गैर सरकारी संघठन पैस्किन मैरी क्रॉस चाइल्ड होम ने बच्चों को अज्ञात जगह भेज दिया ताकी झारखण्ड पुलिस उनका कब्जा ना ले सके|
बच्चों का रहस्यमय "रजिस्टर"
छापेमारी के लिए पहुंचे झारखण्ड पुलिस को वहा एक रजिस्टर भी मिला जिसमे लगभग 1000 ट्रायबल बच्चे और उनके झारखण्ड के पतों का उल्लेख था और जो इससे पहले पंजाब में "स्मगलींग" के जरिये धर्मान्तरण के लिए लाए जा चुके थे| लेकीन पंजाब पुलिस ने वह रहस्यमयी रजिस्टर गायब कर दिया ताकी "चाईल्ड ट्राफिकिंग" या "स्मगलिंग" में लिप्त ख्रिश्चन संस्था को बचाया जा सके| इस गायब रजिस्टर को जाँच के लिए सौपने के लिए पंजाब के दो बाल अधिकार कार्यकर्ता अदालत पहुंचे है, जिसकी वजह से रजिस्टर गायब करने वाले पंजाब के कई नागरी तथा पुलिस अधिकारी और उस संस्था के पदाधिकारी "जुवेनाइल जस्टिस एक्ट" के तहत कानुनी मुसीबत में फस सकते है|
दुनिया के हर कोने में कैथोलिक चर्च इसी प्रकार की काली करतुते बेरोंकटोंक करते आ रहा है लेकिन समाज के बुद्धिजीवी और समाजमन को प्रभावित करने वाले मिडीया को अपनी तरफ करके चर्च ने खुद की "मानवाधिकार, महिला अधिकार, बाल अधिकार" आदि अनेक प्रकार के मूलभूत अधिकारों का इकलौता ठेकेदार ऐसी प्रतिमा बड़े प्रभावी ढंग से बना ली है|
भारत के चर्च के अन्दर चल रहे लैंगिक, मानसिक, शारीरिक, आर्थिक और कई अन्य प्रकार के घोटाले लगातार बाहर आ रहे और इसी वजह से सुशिक्षित और संपन्न ख्रिश्चन मिडल क्लास तेजी से चर्च से दूर जा रहा है| ख्रिश्चन मडल क्लास अगर इसी प्रकार से और इसी गती से चर्च से दूर जाता रहा, तो युरप और अमरीका की तरह भारत में भी चर्च रियल इस्टेट के भाव में बेचे जाएँगे|
हिन्दुत्ववादी शासकों के अन्दर, चर्च के सभी बिशप्स और फादर्स अपनी जिंदगी में मिलने वाले इसी प्रकार के "अदृश्य लाभों" को गायब होते देख; और अपने रियल इस्टेट से लेकर बच्चों की बिक्री के धंदों को खोता देख, आनेवाले चुनाव में हर हाल में बीजेपी को हराना चाहते है....
लेकिन इस बात को साफ़ साफ़ कह तो नहीं सकते इसलिए, "लोकतंत्र, सेक्युलरिजम, फ्रीडम ऑफ़ स्पीच, दलित, पिछड़े" आदी चीजे बीजेपी शासन में खतरे में है, वगैरा वगैरा अनापशनाप बाते और हर्जा सराई इन्हें याद आ रही...
कुछ तो शर्म करो जी....