रा. स्व. संघ के सरकार्यवाह श्री सुरेश (भैय्या जी) जोशी द्वारा वक्तव्य
20 दिसम्बर, 2010
दि. 19 दिसम्बर 2010 को दिल्ली में हुए कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन में पार्टी के महासचिव श्री दिग्विजय सिंह द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को लेकर जो आरोप तथा बयानबाजी की गयी वह गैर जिम्मेदाराना, बेबुनियाद, झूठ एवं सत्य से परे है। अपनी ही करतूतों के कारण चारों तरफ से घिरी कांग्रेस ने सबका ध्यान बटाने के लिये ही इस तरह के निराधार आरोप संघ पर लगाये हैं।
संघ पर ऐसे आरोप कांग्रेस पूर्व काल से लगाती आ रही है। इसके बावजूद, समाज से प्रत्यक्ष सम्पर्क होने के कारण संघ के प्रति समाज का समर्थन निरन्तर बढ़ता रहा है।
अल्पसंख्यकों के मतों को लेकर हमेशा सांप्रदायिक राजनीति करती आ रही काँग्रेस पार्टी ने भूतकाल में भी जब-जब वह या सरकार गहरे संकट में आई है, उसने संघ पर तीखे आरोप लगाने का विफल प्रयास किया है। स्वातंत्र्य प्राप्ति के साथ ही विभाजन की त्रासदी की जिम्मेदारी से बचने के लिये या श्रीमती इंदिरा गांधी के चुनाव को अवैध घोषित करनेवाले इलाहाबाद उच्च न्यायालय के निर्णय के उपरांत सत्ता पर चिपके रहने के लिये काँग्रेस ने यही किया था।
संघ ने पहले ही यह स्पष्ट किया है कि किसी भी तरह के हिंसात्मक कार्य एवं आतंकवाद में संघ का न विश्वास है न समर्थन है। कहीं भी कोई ऐसी घटना हुई हो तो उसकी निष्पक्ष जांच हो तथा कानूनी कार्यवाई पूर्ण होकर दोषियों को सजा हो। जहां केवल जांच ही चल रही हो, कानूनी प्रक्रिया अभी बाकी हो तब ऐसी बेबुनियाद बातें जांच तथा न्यायिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप है। अल्पसंख्यक-बहुसंख्यक आतंकवाद की भाषा का प्रयोग अनुचित है तथा आतंकवाद से निपटने के प्रयास की गंभीरता पर ही प्रश्नचिह्न खड़ा करते हैं। इतना ही नहीं तो आनेवाले समय में देशभक्त शक्तियों को किस प्रकार संकट में फंसाया जायेगा इसका भी यह एक संकेत है।
रा. स्व. संघ का विश्वास है कि देश की जनता समझदार है और ऐसे हथकंडों के झांसे में नहीं आयेगी तथा समाज को साथ लेकर राष्ट्रहित में समाज का सेवा करने का संघ का व्रत अविरत चलता रहेगा।
दिल्ली
20 दिसम्बर, 2010
जारी कर्ता
मनमोहन वैद्य
अ. भा. प्रचार प्रमुख
1 comment:
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